क्रिप्टो एक्सचेंज बिनान्स को बजट से मिला सकारात्मक संकेत, कहा- भारत में क्रिप्टोकरेंसी को क़ानूनी समर्थन
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगाने से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस (Binance) ने खुशी जाहिर की है. हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को अभी कानूनी रूप से लीगल या इललीगल घोषित नहीं किया गया है, लेकिन उसके बाद भी बिनांस ने कहा है कि भारत में क्रिप्टो को एक तरह से कानूनी मान्यता दे दी गई है.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को संसद में बजट 2022 पेश करते हुए क्रिप्टोकरेंसी और NFT जैसे वर्चुअल और डिजिटल एसेट्स के ट्रेडिंग पर टैक्स लगाने की अनाउंसमेंट की. इसी टैक्स को ‘क्रिप्टोकरेंसी टैक्स’ कहा गया है।
भारत में बजट पेश होने के बाद एक ट्वीट में बिनांस ने लिखा , “अभी-अभी क्रिप्टो को भारत ने एक तरह से कानूनी मान्यता मिल गयी है। इंडिया गवर्नमेंट ने क्रिप्टो वर्चुअल एसेट को लेकर एक टैक्स संबधित कानून पेश किया है, जिसके जरिए भारत में क्रिप्टो को लेकर चल रही काफी अटकलों पर अब फुल स्टॉप लग गया है।”
बजट में वर्चुअल और डिजिटल एसेट्स पर कर लगाने से दुनिया का बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस बहुत खुश है.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल डिजिटल करेंसी और एसेट्स के ट्रांसफर या ट्रांजैक्शन से होने वाली इनकम पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाने की घोषणा आज संसद में की है. क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े हर एक ट्रांजैक्शन पर 1% टीडीएस टैक्स लगाने का प्रावधान भी बजट में किया गया है. अब अगर कोई आपके अकाउंट में क्रिप्टो भेजता है या आपको गिफ्ट देता है, तो भी आपको उस डिजिटल एसेट या करेंसी पर टैक्स देना होगा. वित्त मंत्री ने इस टैक्स का ऐलान करते हुये बताया कि डिजिटल एसेट्स से जुड़ी ट्रेडिंग में बहुत काफी बढ़ोतरी हुई है. इसलिये इसके लिये टैक्स कानून बनाना जरूरी हो गया है.
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