क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में छाई गिरावट ने छोटे निवेशकों को डराया हुआ है, अब बड़े निवेशक भी मार्केट मंदी के चलते क्रिप्टो में निवेश करने से बचते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक बयान डबल लाइन कैपिटल के सीईओ अरबपति निवेशक जेफ्रे गुंडलाच की ओर से आया है। डबललाइन एक निवेश मैनेजमेंट और निवेश एडवाइजर फर्म है। 30 जून 2022 तक कंपनी के पास 107 खरब डॉलर की संपत्ति बताई गई है जिनका कंपनी प्रबंध करती है।
CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, जेफ्रे गुंडलाच का कहना है कि अब वह मंदी में क्रिप्टो को नहीं खरीदेंगे। आमतौर पर बड़े निवेशक क्रिप्टोकरेंसी की खरीद के लिए डिजिटल करेंसी में मंदी आने का इंतजार करते हैं। ऐसा ही ट्रेंड क्रिप्टो व्हेल्स में भी देखा जाता है, जब बड़े क्रिप्टोकरेंसी व्हेल्स टोकन की कीमत नीचे आते ही बड़ी मात्रा में उस टोकन को खरीद लेते हैं। लेकिन जेफ्रे ने ऐसा करने से मना किया है।
जेफ्रे गुंडलाच का कहना है कि वो मार्केट के मंदी का रुख में क्रिप्टो की खरीद नहीं करेंगे क्योंकि अभी फेडरेल रिजर्व की ओर से कुछ ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं जो कि मार्केट पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। निवेशक फेडरेल रिजर्व के कड़े मॉनिटरी निर्णयों से डरे हुए हैं। वर्तमान में बढ़ती चली जा रही मुद्रा स्फ़ीति दर को रोकने के लिए ब्याज दरें बहुत ज्यादा बढ़ाए जाने जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं, ऐसा Nomura इकोनॉमिस्ट का कहना है। इससे पहले इन्होंने सितंबर के लिए भी ब्याज दरें बढ़ाए जाने का अनुमान लगाया था।
मंगलवार को बिटकॉइन में 11 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई। यह 19,855 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। 18 जून के बाद बिटकॉइन के लिए यह दिन सबसे दुर्भाग्यशाली साबित हुआ। इससे पहले जितना भी लाभ बिटकॉइन में हुआ था, वह इस गिरावट के बाद बराबर हो गया। हालांकि, गिरावट आने से पहले यह एक महीने के उच्चतम स्तर $22,800 पर ट्रेड कर रहा था। मार्केट विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरें और ज्यादा बढ़ा सकता है, ऐसे में शेयर नीचे गिर रहे हैं। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से लगातार दूरी बनाते जा रहे हैं।
बिटकॉइन की वर्तमान कीमत की बात करें तो, भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर आज इसकी ट्रेड ओपनिंग गिरावट के साथ हुई है। बिटकॉइन में आज 1.67 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। खबर लिखे जाने के समय पर भारत में बिटकॉइन की कीमत ₹ 15,90,717 पर चल रही थी।
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